Bihar Board Class 10 History लोकतंत्र में प्रतिस्पर्धा एवं संघर्ष Notes
- जब जनता वर्तमान व्यवस्था से असंतुष्ट हो जाती है तब जनसंघर्ष और आंदोलनों का शुरू करती है।
- जनसंघर्ष एवं आंदोलन का अर्थ जनता द्वारा कुछ निश्चित बातों या वस्तुओं से संतुष्ट नहीं रहने पर सत्ता के विरुद्ध किया जानेवाला संघर्ष है।
- भारत में 1974 में सरकार के विरुद्ध असंतोष की ज्वाला फूट पड़ी और जनसंघर्ष प्रारंभ हो गया। इसे संपूर्ण क्रांति की संज्ञा दी गयी।
- नकारात्मक अर्थ में जनसंघर्ष अथवा आंदोलन का अर्थ वर्तमान व्यवस्था के विरुद्ध अपनी असंतुष्टि तथा असहमति को अभिव्यक्त करना है।
- साकारात्मक दृष्टि से सामाजिक और राजनीतिक व्यवस्था में उत्पन्न विभूतियों को दूर करने की दृष्टि से जनसंघर्ष और आंदोलन होते हैं।
- लोकतंत्र की बहाली के लिए नेपाल, चिली तथा म्यांमार में काफी आंदोलन एवं जनसंघर्ष हुए।
- चिली में सैनिक तानाशाही के विरुद्ध, नेपाल में राजशाही के विरुद्ध पोलैंड में एक दल की तानाशाही के विरुद्ध जनसंघर्ष हुआ। म्यांमार में सैनिक शासन के विरुद्ध जनसंघर्ष चल रहा है।
- लोकतंत्र की स्थापना हेतु नेपाल में देश के प्रमुख राजनीतिक दलों ने आपस में समझौता कर सात दलों के गठबंधन की स्थापना कर ली।
- 24 अप्रैल, 2006 को नेपाल के राजा ज्ञानेन्द्र ने संसद को बहाल कर सत्ता सात राजनीतिक दलों के गठबंधन को सौंपने की घोषणा कर दी।
- चिली में सैनिक शासन स्थापित हो गया जब आगस्तो पिनोशे ने सत्ता हथिया ली। लेकिन .
2006 में लोकतंत्र की स्थापना हुई और मिशेवल बैशेले चिली की प्रथम राष्ट्रपति निर्वाचित हुई। - म्यांमार में सैनिक शासन के विरुद्ध जनसंघर्ष जारी है। आंगसान सूची के नेतृत्व वाली नेशनल लीग फॉरडेमोक्रेसी पार्टी को बहुमत प्राप्त हुआ था लेकिन सैनिक शासक ने उस निर्वाचन को अस्वीकार कर दिया।
- लैटिन अमेरिकी देश बोलिविया में सरकार ने जलापूर्ति के निजीकरण का निर्णय लिया उसके विरूद्ध जनता ने एक सफल जनसंघर्ष किया।
- 1974 के जनसंघर्ष की पृष्ठभूमि बिहार में तत्कालीन सरकार के विरुद्ध छात्र आंदोलन से तैयार हुई। जयप्रकाश नारायण संपूर्ण क्रांति के प्रणेता थे। 1977 के चुनाव में जनता पार्टी की सरकार बनी। केन्द्र में पहली बार मोरारजी देसाई के नेतृत्व में गैर-कांग्रेसी सरकार का गठन हुआ।
- 1970 के दशक में उत्तरप्रदेश (वर्तमान उत्तराखंड) में सरकार द्वारा जंगलों की कटाई की अनुमति के विरुद्ध चिपको आंदोलन शुरू हुआ।
- 1972 में महाराष्ट्र में दलित युवकों का एक संगठन बना जो “दलित पैंथर्स” के नाम से जाना गया।
- दक्षिण भारत के आंध्र प्रदेश में महिलाओं द्वारा ताड़ी-विरोधी आंदोलन चलाया गया।
- 1990 के प्रारंभ में मध्य भारत के नर्मदा नदी पर सरकार द्वारा बाँधों के निर्माण का निर्णय के विरुद्ध नर्मदा बचाओ आंदोलन शुरू किया गया।
- अनुच्छेद 370 के प्रावधानों के अनुसार जम्मू कश्मीको विशेष सुविधा प्रदान की गयी।
- 2005 में केंद्र सरकार ने सूचना का अधिकार अधिनियम बनाया।
- बोलिविया में फेडेकोर (FEDECORमक संगठन के नेतत्व में जनसंघर्ष चला जिसे मनटों टान संघों और सोशलिस्ट पार्टी नामक राजनीतिक दलका भी समर्थन प्राप्त था।
- हित समूह व्यक्तियों के वैसे समूहको कहा जाता है जो किसी विशेष लाभ के लिए आपस में बंधे होते हैं।
- कभी-कभी किसी उद्देश्य से गठित दबाव समूह ही राजनीतिक दल का रूप धारण कर लेते हैं। बाट मति मोर्चा असम गण परिषद डी. एम. के. अन्ना. डी. एम. कादि इसके उदाहरण हैं।
- लोकतंत्र की सफलता में दबाव समूह बाधक नहीं, बल्कि सहायक होते हैं। इस कारण दबाव समूह को ‘अदृश्य सरकार की संज्ञा दी जाती है।
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