BSEB Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण सर्वनाम
Bihar Board Class 10 Hindi व्याकरण सर्वनाम Questions and Answers
‘प्रश्न 1.
सर्वनाम क्या है ? उदाहरण सहित लिखिये।
उत्तर-
संज्ञा के बदले जिन शब्दों का प्रयोग होता है, उन्हें सर्वनाम कहते हैं। जैसे-वह, उसे, उसने, मैं, मेरा, मेरे, वे, हमलोग, आदि।”
उदाहरण-
राम एक लड़का है।
वह पढ़ने में तेज है।
उसने कड़ी मेहनत की है।
उसे अवश्य सफलता मिलेगी।
मोटे अक्षरवाले शब्द सर्वनाम हैं, क्योंकि ये राम (संज्ञा) के बदलें आये हैं।
प्रश्न 2.
सर्वनाम के भेदों का वर्णन कीजिए।
उत्तर-
सर्वनाम के भेद :
सर्वनाम के छः भेद हैं-
(i) पुरुष-वाचक सर्वनाम
(ii) निश्चय-वाचक सर्वनाम
(iii) अनिश्चय-वाचक सर्वनाम
(iv) सम्बन्ध-वाचक सर्वनाम
(v) प्रश्न-वाचक सर्वनाम
(vi) निंज-वाचक सर्वनाम
(i) परुष-वाचक सर्वनाम_जो ‘सर्वनाम’ पुरुषवाचक या स्त्रीवाचक संज्ञाओं के नाम के बदले में आता है, उसे पुरुषवाचक सर्वनाम’ कहा जाता है। जैसे-मैं, हम, तुम, वह आदि।
पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद हैं-
(क) प्रथम परुष_’प्रथम पुरुष’ को उत्तम परुष भी कहा जाता है। जिस ‘सर्वनाम’ का प्रयोग कहने या बोलने वाला अपने लिए करता है, उसैप्रथम परुष कहा जाता है। जैसे-मैं, हम।
(ख) मध्यम परुष सुनने वाले के लिए जिस ‘सर्वनाम’ का प्रयोग किया जाता है, उसे मध्यम पुरुष कहा जाता है। जैसे-तू, तुम, आप, तुम्हें, आपको आदि।
(ग) अन्य परुष जिस ‘सर्वनाम’ का प्रयोग ऐसी ‘संज्ञा’ के लिए हो, जिसके विषय में बात की जा रही हौ, किन्तु जो वहाँ उपस्थित न हो, ऐसे ‘सर्वनाम’ को अन्य पुरुष कहा जाता है। जैसे—वह, वे, उसकी, उनकी, उसका आदि।
(ii) निश्चय-वाचक सर्वनाम जिससे ‘निश्चित व्यक्ति, वस्तु या भाव का बोध हो, उसे निश्चयवाचक सर्वनाम कहा जाता है। जैसे—यह, वह, ये, वे, आप आदि।
(iii) अनिश्चय-वाचक सर्वनाम जिससे किसी ‘निश्चित’ व्यक्ति, वस्तु या भाव का बोध न हो, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे-कोई, कुछ।
(iv)सम्बन्ध-वाचक सर्वनाम_जिस सर्वनाम से वाक्य में आये ‘संज्ञा’ के साथ ‘सम्बन्ध . ‘स्थापित किया जाय, उसे सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहा जाता है जैसे-जो, सो, जौन, तौन। इस प्रकार के ‘सर्वनाम’ वाक्य. में एक-दूसरे के बाद आते हैं। जैसे—जो करेगा सो मरेगा।
(v) प्रश्न-वाचक सर्वनाम जिस ‘सर्वनाम’ का प्रयोग. प्रश्न’ करने के लिए किया जाता है, उसे प्रश्नवाचक सर्वनाम कहा जाता है। जैसे-कौन, क्या।
(vi)निज-वाचक सर्वनाम जिस ‘सर्वनाम’ से ‘स्वयं या निज’ का बोध हो. उसे निजवाचक सर्वनाम कहते हैं। जैसे आप, स्वयं| ‘निजवाचक सर्वनाम का प्रयोग ‘वक्ता’ अपने लिए करता है। जैसे-मैं स्वयं यह काम करूंगा।
सर्वनाम रूपावली (वचन और कारक के साथ)
1.(क) पुरुषवाचक सर्वनाम उत्तमपुरुष ‘मैं’ शब्द
सर्वनामों के पुनरुक्त रूप
कुछ सर्वनाम पुनरुक्ति के साथ प्रयोग में आते हैं और तब उनके अर्थ में कुछ विशिष्टता भी होती है। कुछ सर्वनाम संयुक्त रूप में भी आते हैं। जैसे-जो कोई।
जो-जो : जो-जो आए, उसे खिलाओ।
कोई-कोई : कोई-कोई तो बिना बात बहस करते हैं।
क्या-क्या : आपने वहाँ क्या-क्या देखा?
कौन-कौन : कौन-कौन आ रहा है। किंस-किस कमरे में छात्र बीमार हैं।
कुछ-कुछ : अब कुछ-कुछ याद आ रहा है।
कोई-न-कोई : जाओ, वहाँ कोई-न-कोई तो मिल ही जाएगा।
कुछ-न-कुछ : कुछ-न-कुछ करते ही रहना चाहिए।
जो कोई-जो कुछ : जो कोई आए, उसे रोक लो। जो कुछ मिले, रख लो।
अपना-अपना : अपना-अपना बस्ता उठाओ और घर जाओ।
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