Bihar Board Class 10 Economics राज्य एवं राष्ट्र की आय Notes

  • किसी देश या राज्य की आय का मुख्य स्रोत उसकी उत्पादक क्रियाएँ होती है।
  • बिहार राज्य की आय पूरे देश में सबसे कम है।
  • भारत के सभी राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों में चंडीगढ का प्रतिव्यक्ति आय सर्वाधिक है।
  • किसी राज्य में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के बाजार मूल्य एक लेखा वर्ष में राज्य घरेलु उत्पाद कहलाता है। .
  • विगत वर्षों के अन्तर्गत कृषि क्षेत्र में बिहार में गिरावट आई है।
  • वर्तमान में बिहार के राज्य घरेलु उत्पाद में तृतीयक अथवा सेवा क्षेत्र का अंशदान, सर्वाधिक अधिक है।
  • वर्तमान समय में राष्ट्रीय आय को प्रायः साधन आय के योग के रूप में व्यक्त किया जाता है।
  • किसी देश का कुल घरेलु उत्पाद उस देश की भौगोलिक सीमाओं के अंदर एक लेखा वर्ष में उत्पादित अंतिम वस्तुओं और सेवाओं का मौद्रिक मूल्य है।
  •  देश में एक लेखा वर्ष में उत्पादित सभी वस्तुओं और सेवाओं के बाजार मूल्य कुल राष्ट्रीय उत्पादन है।
  • कुल राष्ट्रीय उत्पादन में से घिसावट आदि का खर्च निकाल देने के बाद जो शेष बचता है, वह शुद्ध राष्ट्रीय उत्पादन है।
  • कुल राष्ट्रीय आय और कुल राष्ट्रीय उत्पादन दोनों समान होते हैं।
  • सर्वप्रथम दादाभाई नौरोजी ने 1868 में भारत की राष्ट्रीय आय का अनुमान लगाया था।
  • पंचवर्षीय योजनाओं में भारत की आर्थिक विकास दर लगभग 4 प्रतिशत रही है।
  • भारत की प्रतिव्यक्ति आय कम होने का एक प्रधान कारण राष्ट्रीय आय एवं संपत्ति का असमान वितरण है।
  • केन्द्रीय सांख्यिकीय संगठन द्वारा राष्ट्रीय आय का संकलन किया जाता है।
  • बिहार की 41.4% जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे जीवन-यापन कर रही है।
  • गरीबी के कुचक्र की धारणा का विकास रैगनर नर्क्स ने किया है।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रीय आर्थिक अनुसंधान परिषद (National Council of Economic Research) ने सर्वप्रथम कुल राष्ट्रीय उत्पादन, शुद्ध राष्ट्रीय उत्पादन तथा ‘राष्ट्रीय आय की धारणाओं को विकसित किया।
  • उत्पत्ति-गणना पद्धति का सर्वप्रथम प्रयोग 1907 में ब्रिटेन में किया गया था।
  • 2005-06 में बिहार की प्रतिव्यक्ति आय 7,875 रुपये थी।
  • वर्तमान मूल्यों पर 2005-06 में भारत की प्रतिव्यक्ति आय 25,716 रुपये थी।
  • केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CentraiStatisticalOrganisation) द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार 2004-09 के बीच बिहार की विकास-दर 11.03 प्रतिशत रही है।